आरक्षक के बाद निरीक्षक और सहायक उप निरीक्षक पर गिरी निलंबन की गाज, एस पी ने जारी किया आदेश..
कोरबा – रक्षक ही जब भक्षक बन जाएं तो समाज में अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाते हैं,लोगों का कानून पर से भरोसा उठने लग जाता है,बीते कुछ दिनों में कटघोरा पुलिस द्वारा एक एक कर जिस तरह से पुलिसिंग का दुरुपयोग किया गया निश्चित रूप से यह कहना गलत नहीं होगा। कटघोरा थाना प्रभारी निरीक्षक तेज कुमार यादव और सहायक उप निरीक्षक कुंवर साय पैकरा द्वारा बीते कुछ दिनों में दैहिक शोषण जैसे गंभीर मामलों में प्रार्थी और आरोपियों के मध्य पैसे के लेन देन कर सेटलमेंट का दवाब बनाने कार्य किया जा रहा था,जिसमें आरोपी को २४ घंटे थाने में बिठा कर रखा जाता रहा,कार्यवाही हेतु उच्च अधिकारियों को बिना सूचना दिए,अपने तरीके से कार्य किया गया, इन सभी चीजों की शिकायत सीधे जिला पुलिस अधीक्षक तक हुई। जिला पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले पर संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ पुलिस अधिकारियों द्वारा जांच करवाया गया, आरोप सही पाए गए, जिस पर बीते शुक्रवार को कार्यवाही करते हुए दोनो पुलिस कर्मियों के विरुद्ध निलंबन के आदेश जारी किया गया है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी की जिले में बेहतर पुलिसिंग को लेकर स्पष्ट सोच और स्पष्ट कार्यशैली के तहत यह कार्यवाही है,उनका कहना है की अच्छी पुलिसिंग को पुरस्कृत और गलतियों पर सजा होनी चहिए। जिसके तहत बीते शुक्रवार को दोनों ही चीजें हमे देखने को मिली है।